महाकुंभ : तीर्थयात्रियों का रेला उमड़ा, फूले प्रशासन के हाथ-पांव, बहुप्रचार की रणनीति से उपजी समस्या

डॉ एसपी तिवारी

प्रयागराज। मौनी अमावस्या के हादसे एवं बसंत पंचमी पर महाकुंभ में आई श्रद्धालुओं की कम भीड़ से अंदाजा था कि अब महाकुंभ का मेला समाप्त हो जाएगा। पर हुआ इसके विपरीत।बसंत के बाद श्रद्धालुओं की ऐसी भीड़ उमड़ी की पूरा प्रयागराज भीड़ से पट गया।अमृत स्नान हेतु श्रद्धालुओं का अभी भी अनवरत आना जारी है।मेला प्रशासन के लिए भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया है। प्रयागराज की सीमाएं सील हैं । चारों तरफ जाम ही जाम। महाकुंभ नगर नाम से बसे 10000 एकड़ के क्षेत्र में भीड़ का आलम यह है कि पैदल चलना मुश्किल है। प्रयागराज की सीमा से लगे जिलों प्रतापगढ़, कौशाम्बी,जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर, चित्रकूट की सड़कों पर 10 से 20 किलोमीटर तक का जाम लगा है।लखनऊ से प्रयागराज आने वाले सरकारी बसों को भी 30-35 किलोमीटर पहले रोक कर यात्रियों से कहा जा रहा है कि अब बस आगे नहीं जाएगी।लखनऊ से प्रयागराज आने वाले यात्री वाराणसी के रास्ते 15-20घण्टे में प्रयागराज पहुंच रहे हैं। प्रयागराज की सीमा में बने सभी पार्किंग स्थल फुल हो गए हैं। लोग अपनी गाड़ियां सड़कों के किनारे,जहाँ भी खाली सड़क मिली खड़ी कर दे रहे हैं।बीस बीस,पच्चीस पच्चीस किलोमीटर पैदल चलकर लोग संगम पहुंचना चाहते हैं।
माननीयों की सुविधा में नागरिक पिसे

दूसरी तरफ प्रतिदिन विभिन्न राज्यों से दर्जन भर से अधिक वी आई पी ,मुख्यमंत्री, राज्यपाल आदि संगम स्नान को आ रहे हैं।जिसके चलते पुलिस द्वारा जगह जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। आम शहरी अपनी दैनिक दिनचर्या भी नहीं कर पा रहा है।नो एंट्री के चलते दैनिक उपयोग के सामानों से भरी ट्रकें शहर की सीमा के बाहर खड़ी है जिसके चलते सामानों की किल्लत हो गई है। सब्जियां व जरूरत की सभी चीजें महंगी हो गयी हैं।पेट्रोल, डीजल की कमी भी होने लगी है।गाड़ियों के पेट्रोल, डीजल खत्म हो गए हैं।भीड़ में जाम के चलते गाड़ियों के क्लच प्लेट जल जा रहे हैं।

पठन-पाठन ठप
शहर के सरकारी व निजी कार्यालयों ,स्कूल,कॉलेजों में पठन पाठन पूरी तरह से प्रभावित है। शिक्षक व बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं।यू पी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं चल रही हैं।कई परीक्षक विद्यालयों तक नही पहुंच पाए।बोर्ड ने प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तिथि 16 फरवरी तक बढ़ा दी है।24 फरवरी से हाई स्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हैं।अभी अगले कुछ दिनों तक राहत के कोई आसार नहीं दिखते

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