चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूसी हमले का आरोप

दिल्ली ब्यूरो

दिल्ली।‌

चेनरेबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला, विकिरण रोकने के लिए बनी दिवार क्षतिग्रस्त रूसी ड्रोन ने गुरुवार रात यूक्रेन के कीव स्थित चेनरेबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला किया। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि उच्च विस्फोटकों से लैस एक रूसी ड्रोन ने रात के समय कीव स्थित चेनरेबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के सुरक्षात्मक आवरण पर हमला किया। हालांकि इस हमले से विकिरण स्तर के नहीं बढ़ने की पुष्टि जेलेंस्की और संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी ने की है। चेनरेबिल को दुनिया के सबसे बड़े नागरिक परमाणु आपदा के लिए जाना जाता है। 1986 में चेनरेबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के चार रिएक्टर्स में से एक में विस्फोट हुआ था। विकिरण रोकने के लिए उस रिएक्टर को सुरक्षा दिवार से घेर दिया गया है। रूस के ड्रोन हमले में उसी दिवार को नुकसान पहुंचा है। हालांकि रूस ने चेनरेबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमले से इनकार करते हुए इसे यूक्रेन की वार्ता को पटरी से उतारने की साजिश बताया है।यूक्रेप के राष्ट्रपति जेलेस्की ने एक्स पर फुटेज पोस्ट की जिसमें एक विस्फोट और कंक्रीट और स्टील से बनी विशाल शील्ड का नुकसान दिखाई दे रहा है। यह शील्ड रेडियोएक्टिव मटेरियल के रिसाव को रोकने के लिए डिजाइन की गई है। यह 275 मीटर (900 फीट) चौड़ी और 108 मीटर (354 फीट) ऊंची है और इसके निर्माण में 1.6 बिलियन की लागत आई है

। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि रात में हुए विस्फोट के कुछ ही मिनटों के भीतर अग्नि सुरक्षा कर्मियों और वाहनों ने प्रतिक्रिया दी। एजेंसी ने कहा कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। दुनिया भर में परमाणु सुरक्षा पर नज़र रखने वाली आईएईए ने कहा कि चेनरेबिल के अंदर और बाहर विकिरण का स्तर सामान्य और स्थिर बना हुआ है। चेनरेबिल रिएक्टर में दुनिया की सबसे खराब परमाणु दुर्घटना हुई थी। 26 अप्रैल 1986 एक भयावह विस्फोट ने में हवा में रेडियोधर्मी पदार्थ का गुबार उड़ा दिया था, जिससे पूरे यूरोप में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल लग गया था। यूक्रेन उस समय सोवियत यूनियन का हिस्सा था।

रूस का हमले से इनकार

रूसी सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने शुक्रवार को यूक्रेन के इस दावे का खंडन किया कि रूस ने चनरेबिल परमाणु संयंत्र के बाहरी सुरक्षा आवरण पर ड्रोन से हमला किया है। पेस्कोव ने कहा, परमाणु बुनियादी ढांचे, परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान पर हमला करने जैसी कोई बात ही नहीं है, ऐसा कोई भी दावा सच नहीं है। हमारी सेना ऐसा नहीं करती। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी अधिकारियों ने रात में हमले का दावा इसलिए किया क्योंकि वे वार्ता के माध्यम से युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों को विफल करना चाहते थे। दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से शांति समझौता करने को कहा है। पेस्कोव ने कहा, यह स्पष्ट है कि ऐसे लोग हैं्र जो बातचीत की प्रक्रिया के किसी भी प्रयास का विरोध करना जारी रखेंगे और यह भी स्पष्ट है कि वे लोग इस प्रक्रिया को पटरी से उतारने की हर संभव कोशिश करेंगे।

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